एलर्जी, स्किन, सांस आदि बीमारियों का बहुत अच्छा इलाज है होम्योपैथी
एलर्जी, स्किन, सांस आदि बीमारियों का बहुत अच्छा इलाज है होम्योपैथी
कोविड के बाद लगातार बढ़ रही है जनपद के होम्योपैथी सेंटरों पर मरीजों की भीड
-जिले के होम्योपैथी सेंटरों पर हर महीने पहुंच रहे 18 से 20 हजार गम्भीर बीमारियों के मरीज
मथुरा । कोविड के बाद लोगों का रुझान होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति की ओर बढ रहा है, सरकारी होम्योपैथी सेंटरों पर मरीजों की भीड बढ रही है, इससे संसाधनों की आवश्यकता भी बढ रही है, जनपद में 16 होम्योपैथी के सेंटर हैं और फार्मासिस्ट के 16 पद स्वीकृत हैं जिसके सापेक्ष छह फार्मासिस्ट ही नियुक्त है, जनपद में अभी तक तीन ही फार्मासिस्ट ही कार्यरत थे, तीन फार्मासिस्ट फार्मास्टि इसी महीने मिले हैं, अभी दस और फार्मासिस्ट की आवश्यकता है, सीमित संसाधनों में भी विभाग बेहतर सुविधाएं देने का प्रयास कर रहा है ।
जनपद के 16 होम्योपैथिक सेंटरर्स पर महीने भर में 18 से 20 हजार मरीज इलाज कराने के लिए पहुंच रहे हैं, डिस्ट्रिक्ट हैम्योपैथिक मेडिकल ऑफिसर डा0 ज्योति शिखा के अनुसार यदि किसी मरीज की मेडिकल हिस्ट्री है तो जिला चिकित्सालय की मदद से उसकी जांच भी कराई जाती है, हमारे यहां आने वाले कई मरीजों की जांच महत्वपूर्ण हो जाती हैं, हम मौजूदा संसाधनों का बेहतर उपयोग करने का प्रयास कर रहे हैं जिससे मरीजों को अधिक से अधिक लाभ दिया जा सके, मौसमी बीमारी, किडनी, स्टोन, एजर्ली, अस्थमा, वैसे तो हर बीमारी का इलाज है, धैर्य की जरूरत होती है ।
उन्होंने बताया कि मेडिकल हिस्ट्री महत्वपूर्ण होती है बहुत से चिकित्सक छुपाते हैं बताते नहीं हैं, एक रुपये के पर्चे पर दवा और टेस्टिंग होती हैं, होम्योपैथी में लगभग हर बीमारी का इलाज है, कुछ बीमारियों में जांच की आवश्यकता होती है, स्टोन, टोन्स जैसी बीमारियों में लोग ऑपरेशन कराने चले जाते हैं जबकि हमारे यहां इसका इलाज बिना ऑपरेशन के ही संभव है, बताया कि एलर्जी, स्किन, सांस आदि से जुड़ी बीमारियों का बहुत अच्छा इलाज होम्योपैथी में है, यह बहुत अच्छी पद्धति है जरूरत सिर्फ विश्वास और धैर्य की है, कुछ बीमारियों में तो तुरंत आराम मिल जाता है, कुछ बीमारियों में लम्बे इलाज की आवश्यकता होती है ।