
ज्येष्ठ मास : गर्मी से आमजन का हाल हो रहा है बेहाल
ज्येष्ठ मास : गर्मी से आमजन का हाल हो रहा है बेहाल
-मंगलवार को फिर 45 डिग्री के आसपास रहा अधिकतम तापमान
मथुरा । ज्येष्ठ मास का शुभारंभ 13 मई से हो चुका है और यह 11 जून तक रहेगा, गर्मी के मौसम के चारों महीनों को ब्रज भाषा में संयुक्त रूप से जेठमास भी कहा जाता हैं, ज्येष्ठ मास ही ब्रजभाषा में जेठ का महीना है, यह जेठ मास गर्मी के मौसम का प्रतिनिधित्व करता है। इस महीने के खत्म होने के बाद अगले महीने में मानसून दस्तक दे देते हैं, ज्येष्ठ मास में ही नौ तपा के नौ दिन आते हैं जो सबसे गर्म माने जाते हैं, नौतपा के नौ दिनों की अवधि में सबसे ज्यादा गर्मी पड़ती है ।
इस वर्ष ग्रहों के राजा सूर्य 25 मई को सुबह 03 बजकर 27 मिनट पर रोहिणी नक्षत्र में गोचर करेंगे, 15 दिन तक इस नक्षत्र में रहने के बाद आठ जून को मृगशिरा नक्षत्र में प्रवेश कर जाएंगे, 20 मई को बकरी अनुसंधान केंद्र मखदूम पर अधिकतम तापमान 44.5 डिग्री सेल्सियस तथा न्यूनतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस रहा, एक दिन पहले 19 मई को अधिकतम तापमान 43 और न्यूनतम 27.05 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था जबकि 17 मई को इस सीजन का सबसे गर्म दिन रहा और अधिकतम तापमान 47 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान न्यूनतम 27.5 सेल्सियस दर्ज किया गया। बीच बीच में बूंदाबांदी भी होती रही है और तेज हवाएं चलती रही हैं।
बावजूद इसके लोगों को गर्मी से ज्यादा राहत नहीं मिली है। गर्मी बढ़ने के साथ लोग डायरिया की चपेट में आ रहे हैं। जिला प्रशासन की ओर से लू और गर्मी से बचाव के लिए एडवाइजरी भी जारी की गई है लेकिन मजदूरों और जरूरतमंद लोगों के लिए यह किसी काम की नहीं है। ऐसी गर्मी में भी लोग सुबह से ही घरों से काम की तलाश में निकल आते हैं और पूरा दिन गर्मी में काम करते हैं। बच्चे और बुजुर्ग डायरिया की चपेट में अधिक आ रहे हैं। गर्मी और हीट वेव के चलते स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी किया है। गर्मी से बचाव के लिए अस्पतालों में कोल्ड रूम बनाए गए हैं। अस्पतालों से लेकर सीएचसी और पीएचसी पर इलाज के इंतजाम किए गए हैं। ओआरएस के पैकेट, शुद्ध ठंडा पेयजल के इंतजाम किये गए हैं।