
विश्व बुजुर्ग दुर्व्यवहार जागरूकता दिवस पर लगाया गया शिविर
विश्व बुजुर्ग दुर्व्यवहार जागरूकता दिवस पर लगाया गया शिविर
-मांट तहसील में बुजुर्गों व वृद्धाओं को दी गई सरकारी योजनाओं व विधिक जानकारी
मथुरा । जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव एवं अपर जिला जज के निर्देश पर जनपद के मांट तहसील स्थित वृद्धजन आश्रम कालिंदी कुंज पर बुजुर्गजनों के साथ किए जानें वाले दुर्व्यवहार के प्रति जागरूकता और विधिक साक्षरता के लिए विशेष विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया जिसमें आवासीय वृद्धजन आश्रम के पदाधिकारियों के साथ आश्रम में निवासरत बड़ी संख्या में मौजूद बुजुर्ग पुरुषों व वृद्धा एवं विधवा निराश्रित माताओं को नालसा/सालसा की जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जनपद न्यायालय द्वारा संचालित विधिक जनकल्याणकारी योजनाएं व शासन की जन कल्याणकारी योजनाओं की भी जानकारी दी गई ।
कार्यक्रम में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जनपद मथुरा के प्रतिनिधि व पीएलवी विनेश कुमार सनवाल ने बताया कि बुर्जुग हमारे परिवार और समाज के लिए एक अमूल्य धरोहर है, इनके ज्ञान अनुभव से ही हमे सीखना चाहिए, किसी भी हालत में हम लोगी को समाज के बुर्जुग जनों के साथ दुर्व्यवहार नहीं करना चाहिए, इन बुजुर्गो की अपनी गरिमा आत्म सम्मान है, देश के संविधान के द्वारा इनको विशेष नागरिक अधिकार दिए गए हैं और बुुर्जुगजनों को बताया कि नालसा (वरिष्ठ नागरिको के लिए विधिक सेवाएं ) योजना 2016, वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांगो के कानूनी अधिकार, वृद्धा व विधवा महिलाओ के संवैधानिक अधिकार और उनसे सम्बन्धित योजनाओं के साथ ही पुलिस हेल्प लाइन 112, महिला हेल्पलाइन 1090, नालसा हेल्पलाइन 15100, साईबर क्राइम से सुरक्षा एवम हेल्प लाइन नंबर 1930 तथा सीनियर सिटीजन और वृद्ध/विधवा महिलाओ की सुरक्षा और संरक्षण की विस्तृत जानकारी प्रदान की गई ।
नवसृजन वेलफेयर फाउंडेशन के प्रतिनिधि व सामाजिक कार्यकर्ता मिहिर कुमार ने कहा कि बुजुर्ग बरगद के घने पेड़ की छांव की तरह होते है जो तीखी धूप में हमें सकून देते है और पथरीली राह पर आगे बढ़ने के तरीके भी सिखाते है, बुजुर्गो का सम्मान आवश्यक है, उनके अनुभवों से जिंदगी के मायने भी समझ में आते है, पीएलवी श्रीमती पूजा सैनी ने बताया कि विश्व बुजुर्ग दुर्व्यवहार जागरूकता दिवस हर साल 15 जून को मनाया जाता है, इसका उद्देश्य बुजुर्गों के प्रति हो रहे दुर्व्यवहार के बारे में जागरूकता फैलाना और इसे रोकने के लिए वैश्विक प्रयासों को प्रोत्साहित करना है, यह दिन संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव के परिणामस्वरूप आया, वृद्ध लोगों की बढ़ती वैश्विक आबादी व बढ़ती दीर्घायु के साथ वृद्धों के साथ दुर्व्यवहार एक गंभीर समस्या है जो स्वास्थ्य और मानव अधिकारों को प्रभावित करती है और मृत्यु का कारण बन सकती है इसलिए इसके बारे में जागरूकता बढ़ाना और जब भी और जहां भी संभव हो इसे रोकना महत्वपूर्ण है, वृद्धजन आश्रम की अधिक्षिका श्रीमती निशा ने अध्यक्षता करते हुए कहा कि वृद्धजन दुर्व्यवहार के प्रति विशेष रूप से संवेदनशील होते हैं तथा वे स्वयं का बचाव करने एवं सहायता प्राप्त करने में असमर्थ होते हैं ।