
समर्थन : कॉरिडोर के समर्थन में डीएम को सौंपी पहली ईंट
समर्थन : कॉरिडोर के समर्थन में डीएम को सौंपी पहली ईंट
-कॉरिडोर के लिए ब्रजवासी हर घर से देंगे एक ईंट, लिया संकल्प
मथुरा। एक नई पहल के साथ ने बृजवासियों की ओर से नव सृजन ब्रज मंडल संस्था की महिलाओं ने श्री बांके बिहारी जी कॉरिडोर का समर्थन करते हुए जिलाधिकारी चंद्र प्रकाश सिंह को ईंट सौंपी, उन्होंने कहा कि कॉरिडोर निर्माण से पर्यटकों एवं श्रद्धालुओं को सुदृढ़ व्यवस्थाएं मिलेंगी, कॉरिडोर निर्माण से जनपद में रोजगार का सृजन भी होगा, परिवर्तन ही संसार का नियम है, श्री बांके बिहारी जी कॉरिडोर का बनना समय को आवश्यकता है, गोस्वामियों द्वारा पुरानी परंपराओं को दुहाई देकर कॉरिडोर का विरोध किया जा रहा है, कहा कि कॉरिडोर बनाना बहुत जरूरी है जिससे वृंदावन का चहुंमुखी विकास होगा तथा लाखों लोगों को रोजगार मिलेगा, संस्था की अध्यक्ष गंगारानी चतुर्वेदी, कोषाध्यक्ष प्रीति चतुर्वेदी, संरक्षक महेश चतुर्वेदी सहित संस्था की विभिन्न सदस्य उपस्थित रही ।
इसी क्रम में जिलाधिकारी चंद्र प्रकाश सिंह को मिशन शक्ति समूह मथुरा द्वारा कॉरिडोर के समर्थन में पत्र दिया गया है जिसमें कहा गया है कि काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर के तर्ज पर वृन्दावन में ठाकुर श्री बांके बिहारी मंदिर कॉरिडोर बनाने का जो फैसला लिया गया है, उसके लिए हम सब ब्रजवासी उनका हृदय से आभार व्यक्त करते हैं। वृन्दावन में श्री बांके बिहारी जी के दर्शनों के लिए उमड़ रहे आस्था के सैलाब की वजह से हर दिन कोई न कोई हादसा सामने आ रहा है।
अभी तक तमाम श्रद्धालु भीड़ के दबाव में दम तोड़ चुके हैं, मंदिर में श्रद्धालुओं के साथ अभद्रता और मारपीट की घटनाएं सामने आ रही थी, यही नहीं भीड़ की वजह से बुजुर्ग श्रद्धालु दर्शनों से वंचित हो रहे हैं। भीड़ के कारण वृन्दावन में कारोबार प्रभावित होने से स्वयं दुकानदार परेशान हैं। यही नहीं भीड़ की अधिकता के कारण वृन्दावन के स्थानीय लोग तक बीमारी की अवस्था में न तो आपात स्थिति में इलाज के लिए जा पा रहे हैं और न ही जरूरत पड़ने पर एम्बुलेंस की सुविधा तक उनको मिल पा रही है, किसी की मृत्यु होने तक उसकी अंतिम यात्रा तक निकलना मुश्किल हो रहा था ।
कॉरिडोर बनने से वृन्दावन आने वाले करोड़ों भक्तों को सहज व सुखद वातावरण में जहां अपने आराध्य ठाकुर श्री बांके बिहारी के दर्शन करने का सौभाग्य हासिल होगा, वहीं इससे वृन्दावन का चहुमुखी विकास हो सकेगा। वृन्दावन के प्राचीन स्वरूप को और व्यवस्थित किया जा सकेगा, यही नहीं यह कॉरिडोर वृन्दावन ही नहीं समूची ब्रजभूमि की अर्थव्यवस्था और यहां के कारोबार, घरेलू उद्योग के लिए मील का पत्थर साबित होगा। अयोध्या और बनारस की तरह यहां भी श्रद्धालु और पर्यटकों के आगमन में कई गुनी बढ़ोतरी हो सकेगी। वृन्दावन के साथ साथ मथुरा, गोवर्धन, नंदगांव, बरसाना, गोकुल, महावन और बलदेव जैसे तीर्थ स्थलों पर भी श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने से यहां भी स्थानीय कारोबार में बढ़ोतरी होगी और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।